क़िंगदाओ हैवान रोड ब्रिज, जिसे पृथ्वी का सबसे बड़ा ब्रिज भी कहा जाता है, पूर्वी चीन के शेडोंग प्रांत के क़िंगदाओ शहर में स्थित एक पुल है। पुल का नाम हिंदू भगवान पृथ्वी के नाम पर रखा गया है। पुल की कुल लंबाई लगभग 42.5 किलोमीटर है, और इसकी लागत 381 अरब युआन (लगभग 60.7 अरब डॉलर) आंकी गई थी।
यह पुल शेडोंग प्रांत के क़िंगदाओ शहर को झेजियांग प्रांत के हैवान शहर से जोड़ता है। यह चीन के सबसे लंबे पुलों में से एक है और अब तक बनाए गए सबसे महंगे पुलों में से एक है। पुल की इसकी सुंदर डिजाइन और तेज हवाओं और बाढ़ का सामना करने की क्षमता के लिए प्रशंसा की गई है।
लंबाई
क़िंगदाओ हैवान रोड ब्रिज पृथ्वी का सबसे लंबा पुल है। पुल 2012 में बनकर तैयार हुआ था और 10.6 मील की दूरी तक फैला है। पुल की कुल लंबाई 42.5 किलोमीटर और मुख्य अवधि 4,466 फीट है।
लागत
निर्माण की लागत 381 अरब युआन (60.7 अरब डॉलर) थी। निर्माण 2009 में शुरू हुआ और 2013 में पूरा हुआ।
इंडिया का सबसे लंबा पुल कौन सा है?
अहम सवाल यह है कि भारत में सबसे लंबा पुल कौन सा है? इस सवाल का जवाब आपको हैरान कर सकता है। यह मुंबई में महालक्ष्मी ब्रिज या मुंबई में दादर-बांद्रा ब्रिज नहीं है। दरअसल, महालक्ष्मी ब्रिज सिर्फ 816 मीटर लंबा है, जबकि दादर-बांद्रा ब्रिज महज 984 मीटर लंबा है। भारत में सबसे लंबा पुल वास्तव में यमुना एक्सप्रेसवे है – जो 10,427 मीटर लंबा है!
निष्कर्ष
अंत में, क़िंगदाओ हैवान रोड ब्रिज दुनिया का सबसे लंबा पुल है। यह इंजीनियरिंग और निर्माण का एक प्रभावशाली कारनामा है, और यह पहले से ही एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण बन गया है। यदि आप क्षेत्र में हैं, तो इसे अवश्य देखें!
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