विश्व का सबसे पुराना धर्म कौन सा है

आप जानना चाहते है कि सबसे पुराना धर्म कौन सा है तो आज इस लेख के माध्यम से आप जो सवालों का उत्तर ढूंढ रहे है वो यहां पर आपको मिल जायेगा । तो चलिए जानते है कि विश्व का सबसे पुराना धर्म कौन सा है

जैसा कि आप सभी जानते है कि धर्म परमात्मा द्वारा बनाकर नहीं भेजा गया है धर्म तो इन्सानों द्वारा बनाए गए हैं। जैसे जैसे इन्सान ने प्रगति करता गया। वह अलग अलग जातियों और धर्मों में बांटता गया। लेकिन कहते सब यही मानते गये कि परमात्मा एक है।

हां यह सच है कि परमात्मा जिसका कोई नाम नहीं है जो लगातार है जिसका कोई धर्म नहीं। जिसको देखा नहीं जा सकता छुआ नहीं जा सकता जिसका कोई आकार नहीं है जिस पर कोई असर नहीं है जो सिर्फ महसूस किया जा सकता है जिसके साथ मिला ( मिक्स) हुआ जा सकता है उसको शब्दों में नहीं लिखा जा सकता। केवल इशारा किया जा सकता है। आप धर्मों में पड़ कर अपना समय मत खराब कर लेना धर्म आपको उस से और दूर कर देंगे । धर्म सिर्फ राजनीतिक दल है और कुछ नहीं।

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सबसे पुराना धर्म कौन सा है

दुनिया का सबसे पुराना धर्म हिन्दू ही है ,जिसे पहले आदि सनातन देवी देवता धर्म कहते है ,बाकी सभी धर्म इसी धर्म की शाखाये है जो अलग अलग ईश्वर के पैगम्बर ( ईश्वरीय पैगाम देने वाले ) ने स्थापित किये ,हिन्दू धर्म के बाद जो भी धर्मात्मा आये उनके विचारोंको संकलित किया और उस विचारों पर चलने वाला एक जन समुदाय (फॉलोवर्स ) या सम्प्रदाय बने अर्थात उन धर्मात्माओंके जाने के बाद धर्म बने , धर्म माना धर्मात्माओं की दी गयी शिक्षाओं पर चलने वाले या उन के विचारों को अपने जीवन में धारण कर चलने वाले को कहा जाता ।

लेकिन आज कोई भी धर्म के फॉलोवर्स हो ,वह शत प्रतिशत उनके दिखाए मार्ग पर नहीं चलते सिर्फ उनके विचारोंको पढ़ते रहते है और हर कोई मेरा धर्म कितना श्रेष्ठ साबित करते रहते है , आखिर मानवता तो हर आत्मा का धर्म है चाहे वह कोई भी धर्म का हो , आत्मा का कोई भी धर्म नहीं होता जब वह आत्मा जिस धर्म में जन्म लेती है उसी धर्म की हो जाती है।

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मानवता ,रहमदिली ,दूसरोंके दुःख को दूर करना ,शांति की अनुभूति कराना आदि … आदि यह तो आत्माके दिव्य गुण है जो पहले कभी 100 प्रतिशत थे ,सभी आत्माये देने वाली (देवता ) थी जो अब विकारोंमे जाने के कारन नहीं है अब सभी देने वाले कम और लेने वाले ज्यादा हो गए सभी भूल गए की इसी धरा पर कभी देवताओंका राज्य था और यही भारत भूमि एक स्वर्ग ही थी , लेकिन हम आज धर्म के कारन एक होने के जगह उन धर्मात्माओंके मौलिक गुणोंको धारण न करते अलग अलग हो गए।

हिन्दू धर्म (संस्कृत: धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत ,नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसके अलावा सूरीनाम,फिजी इत्यादि। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म माना जाता है। इसे ‘वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म’ भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है। विद्वान लोग हिन्दू धर्म को भारत की विभिन्न संस्कृतियों एवं परम्पराओं का सम्मिश्रण मानते हैं जिसका कोई संस्थापक नहीं है।

इसे सनातन धर्म अथवा वैदिक धर्म भी कहते हैं। इण्डोनेशिया में इस धर्म का औपचारिक नाम “हिन्दु आगम” है। हिन्दू केवल एक धर्म या सम्प्रदाय ही नहीं है अपितु जीवन जीने की एक पद्धति है।

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तो अब आप जान गए होंगे की विश्व का सबसे पुराना धर्म कौन सा है ? वो है हिंदू धर्म यानी की सनातन धर्म को माना गया है । अगर इस लेख सबसे पुराना धर्म कौन सा है से जुड़ा आपका कोई सवाल जवाब हो तो हमे आप कॉमेंट कर सकते है।

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